स्टडी अब्रॉड
विदेश में पढ़ाई करने के लिए जानें कौनसा इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट सही होगा
फॉरेन इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए टॉफेल दें या आईईएलटीएस
कनाडा में स्टडी के लिए भारतीयों को 60 के बजाय 45 दिन में मिलेगा स्टूडेंट वीजा
जून से लागू हुए एसडीएस प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट सभी डेजिग्नेटेड लर्निंग इंस्टीट्यूट्स में कॉलेज स्तर की शिक्षा पा सकेंगे।
अमेरिका में वीजा के सख्त नियम, फिर भी भारतीय स्टूडेंट्स की पहली पसंद
अमेरिका में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की संख्या के लिहाज से देखा जाए, तो भारत दूसरे स्थान पर है।
विदेश पढ़ने जा रहे हैं तो जरूर करवाएं ट्रैवल इंश्योरेंस
ट्रैवल इंश्योरेंस विदेश यात्रा बुकिंग के वक्त भी लिया जा सकता है।
SAT से मिलेगी यूएस और कनाडा में अंडरग्रेजुएट कोर्स की सीट
किसी एक विषय के लिए भी छात्र यह एग्जाम दे सकते हैं।

मास्टर्स इन फाइनेंस में एडमिशन दिलाता है GMAT, क्वालिफाई करने के हैं लिमिटेड अटेम्प्ट
यह टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड न होकर कंप्यूटर अडेप्टिव होता है, जिसमें एक बार में एक ही प्रश्न छात्र को दिया जाता है।
GRE से होकर जाता है विदेश में एमबीए और एमएस का रास्ता
ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन (GRE) छात्र की गणितीय और तार्किक क्षमता परखने की परीक्षा है।
विदेश में पढ़ाई के लिए TOEFL और IELTS से आसान एक ऑप्शन ये भी
इस ऑनलाइन टेस्ट में हाइलेवल इंग्लिश की जगह रोजमर्रा में प्रयोग होने वाली भाषा के सवाल होते हैं।
अमेरिका और कनाडा की यूनिवर्सिटी में एंट्री दिलाता है TOEFL
TOEFL का आयोजन एजूकेशन टेस्टिंग सर्विस (ETS) के द्वारा किया जाता है।
यूके, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में पढ़ाई का सपना है तो पहले करें IELTS की तैयारी
IELTS स्कोर न होने पर वीजा मिलना मुश्किल होता है।
