IIT-JEE ADVANCED: इस कारण नहीं दे रहे 70 हजार स्टूडेंट्स एग्जाम
एजुकेशन डेस्क। ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) मेन से एडवांस्ड में क्वालिफाई करने के बावजूद इस साल 70 हजार 308 स्टूडेंट्स ने आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम ड्रॉप किया है। जेईई मेन्स के स्कोर के आधार पर आईआईटी ने 2 लाख 31 हजार 24 स्टूडेंट्स को एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई किया था। इनमें से 1 लाख 60 हजार 716 ने ही एडवांस्ड का फॉर्म भरा है। पिछले 3 साल से आईआईटी मेन से एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ा रही है, जिससे आईआईटी के लिए ज्यादा कॉम्पीटिशन हो और अच्छे स्टूडेंट्स आएं। अब आईआईटी की प्रत्येक सीट पर 21 की जगह 14 स्टूडेंट्स के बीच ही कॉम्पीटिशन रह जाएगा। वहीं जेईई एडवांस्ड के लिए एग्जाम 20 मई को होना है। बता दें कि 30 अप्रैल को जेईई मेन का रिजल्ट जारी किया था, जिसमें आंध्र प्रदेश के रहने वाले सूरज कृष्णा ने ऑल इंडिया में पहली रैंक हासिल की थी।
इस साल 4 हजार स्टूडेंट्स की बढ़ोतरी
साल 2015 के बाद से हर साल आईआईटी ने मेन से एडवांस्ड में क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाई है। इससे पहले तक मेन से एडवांस्ड में 1.50 लाख ही क्वालीफाई करते थे। इसके बाद साल 2016 में 50 हजार अधिक स्टूडेंट्स को क्वालिफाई करने यह कोटा 2 लाख तक किया। साल 2017 में 20 हजार स्टूडेंट्स बढ़ाकर यह संख्या 2.20 लाख तक पहुंचाई। इस साल 4 हजार स्टूडेंट्स की बढ़ोतरी की गई।
1,60,716 कैंडिडेट्स ने ही कराया रजिस्ट्रेशन
- इस साल 2,31,024 कैंडिडेट्स ने जेईई मेन का एग्जाम क्लियर किया था। इनमें से सिर्फ 1,60,716 कैंडिडेट्स ने ही जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
- जिन कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है, उनमें से 97,866 कैंडिडेट्स एसटी और अन्य रिजर्व्ड कैटेगरी से हैं, जबकि 62,850 कैंडिडेट्स जनरल कैटेगरी के हैं।
पिछले साल 23% कैंडिडेट्स ने नहीं कराया था रजिस्ट्रेशन
- साल 2017 में करीब 2 लाख 20 हजार कैंडिडेट्स ने जेईई मेन को क्लियर किया था, जिसमें से सिर्फ 1 लाख 71 हजार कैंडिडेट्स ने ही जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।
- इसका मतलब 2017 में 23% कैंडिडेट्स ने जेईई एडवांस्ड के लिए अप्लाय ही नहीं किया था, जबकि 2016 में 21% कैंडिडेट्स ऐसे थे जिन्होंने जेईई एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था।
यह है सबसे महतवपूर्ण कारण
आईआईटी के नियम के अनुसार स्टूडेंट्स को एडवांस्ड देने के 2 मौके मिलते हैं। वहीं, मेन के 3 अटेंप्ट मिलते हैं। स्टूडेंट अगर तीसरी बार मेन क्लियर भी कर ले तो भी वह एडवांस्ड नहीं दे सकता। इसके चलते बहुत से स्टूडेंट्स अपना एडवांस्ड का मौका बेकार नहीं करना चाहते। इसकी बजाय स्टूडेंट्स मेन की रैंक के आधार पर एनआईटी में एडमिशन लेते हैं। एडवांस्ड के लिए अगले साल तैयारी करते हैं। वहीं, तीसरी बार मेन देने वाले स्टूडेंट्स भी एडवांस्ड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते।
आईआईटी की एक सीट पर 14 स्टूडेंट्स में होगा कॉम्पीटिशन
कितना है क्वालिफाइंग कोटा और कितने देते हैं एडवांस्ड
सत्र |
क्वालिफाई | अपीयर |
अंतर |
2014 | 1.50 लाख | 1.27 लाख | 23 हजार |
2015 | 1.50 लाख | 1.17 लाख | 33 हजार |
2016 | 2.00 लाख | 1.56 लाख | 46 हजार |
2017 | 2.20 लाख | 1.59 लाख | 61 हजार |
सत्र |
क्वालिफाई | रजिस्ट्रेशन |
अंतर |
2018 | 2.31 लाख | 1.60 लाख | 70 हजार |
किस कैटेगरी के कितने स्टूडेंट्स ने किया एडवांस्ड का रजिस्ट्रेशन
कैटेगरी |
क्वालिफाइड |
रजिस्टर्ड |
कॉमन मेरिट लिस्ट |
111275 |
62850 |
ओबीसी |
65313 |
26057 |
एससी |
34425 |
26057 |
एसटी |
17256 |
11681 |
सेंटर पर जारी होंगे प्रोविजनल प्रवेश पत्र
- आईआईटी कानपुर की ओर से जारी सूचना के अनुसार जिन स्टूडेंट्स का फीस का प्रोसेस पूरा नहीं हुआ है, उनको प्रोविजनल एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा। इसके उनको एग्जाम के दिन सेंटर पर जनरल, ओबीसी एनसीएल को 3100 व अन्य सभी कैटेगरी को 1800 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट सेंटर पर सबमिट करना होगा। यह ड्राफ्ट ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन जेईई एडवांस्ड पे-बल एट कानपुर के नाम से बनाया जाएगा। अगर प्रोविजनल एडमिट कार्ड वालों को किसी प्रकार के दस्तावेज अपलोड करने की आवश्यकता होगी तो आईआईटी उनसे कम्युनिकेट करेगी।
- यह दस्तावेज एग्जाम के बाद और पांच जून से पहले जमा करवाने होंगे। एडवांस्ड 20 मई को हाेगा। इस कारण थोड़ी बहुत स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ सकती है।

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