दिल्ली में चल रहे 12 फर्जी एजुकेशन बोर्ड, इनमें नहीं कराएं एडमिशन
एजुकेशन डेस्क। डिपार्टमेंट ने कहा कि दिल्ली में दिल्ली सरकार का कोई स्टेट बोर्ड नहीं है। दिल्ली में डायरेक्टोरेट ऑफ एजुकेशन के दायरे में गवर्नमेंट, प्राइवेट और फंडेड-नॉन फंडेड स्कूल आते हैं। डायरेक्टोरेट किसी बोर्ड को मान्यता नहीं देता। जहां तक दिल्ली का सवाल है, यहां केवल तीन बोर्ड हैं। जिनमें सीबीएसई, आईसीएसई और एनआईओएस शामिल हैं।
पेरेंट्स-स्टूडेंट्स रहें अवेयर
दिल्ली सरकार ने अलर्ट करते हुए कहा है कि 12 फर्जी एजुकेशन बोर्ड चल रहे हैं जिनसे स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को सतर्क रहना चाहिए। दिल्ली सरकार का कोई स्टेट बोर्ड नहीं है। इसलिए जनहित में यह जानकारी सार्वजनिक की गई है।
ये हैं दिल्ली के फर्जी एजुकेशन बोर्ड
- उर्दू एजुकेशन बोर्ड
- ग्रामीण मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान
- दिल्ली बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन
- द सेंट्रल बोर्ड ऑफ हायर सेकंडरी एजुकेशन
- नेशनल ओपन स्कूल
- बोर्ड और सेकंडरी ओपन एजुकेशन
- हायर सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड ऑफ दिल्ली
- स्टेट काउंसिल ऑफ सीनियर सेकंडरी ओपन एजुकेशन
- दिल्ली बोर्ड ऑफ सीनियर सेकंडरी एजुकेशन
- बोर्ड ऑफ हायर सेकंडरी एजुकेशन
- काउंसिल ऑफ सेकंडरी एंड हायर सेकंडरी एजुकेशन
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन
चल रही हैं फर्जी यूनिवर्सिटीज भी
दूसरी ओर इसके पहले 24 अप्रैल को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से भी देशभर के 24 फर्जी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट जारी की गई थी। इनमें से ज्यादातर अलीगढ़, बिहार, उड़ीसा, कानपुर, प्रतापगढ़, मथुरा, केरला, कर्नाटक और इलाहाबाद के क्षेत्रों में एक्टिव हैं।

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टीचर को इस संबंध में काफी सेंसेटिव रहना चाहिए कि किस बच्चे की किस एक्टिविटी को किस खास वक्त पर नोट करना है। बच्चे की छोटी से छोटी आदतों पर भी ध्यान दिया